नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने चुनाव आयोग से कहा है बढ़ते कोरोना को देखते हुए बचे चार चरणों के चुनाव एक साथ करा लिए जाएं. ममता बनर्जी का यह सुझाव ऐसे वक्त आया है, जब कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बंगाल के चुनाव आयोग ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें बाकी बचे चरणों के चुनाव को लेकर सभी पार्टियों की राय जानी जाएगी. बंगाल में चौथे चरण के चुनाव में हिंसा भी देखने को मिली थी, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी. तृणमूल कांग्रेस ने इसको लेकर चुनाव आयोग और सुरक्षा बलों पर ही आरोप लगाए थे.
हालांकि चुनाव आय़ोग (EC) ने पहले स्पष्ट कह दिया है कि बाकी चरणों के विधानसभा चुनाव को एक साथ कराना संभव नहीं है. इस मामले को लेकर ऊहापोह उसने खत्म कर दिया है. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (Bengal Chief Minister Mamata Banerjee ) ने बंगाल में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए भी बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है.
ममता बनर्जी ने गुरुवार शाम को ट्वीट कर कहा, महामारी को देखते हुए हमने चुनाव आयोग से विधानसभा चुनाव आठ चरणों में कराने का कड़ा विरोध किया था. अब जब बंगाल में कोरोना के मामले बेतहाशा तरीके से बढ़ रहे हैं तो चुनाव आयोग से यह गुजारिश है कि बाकी चरणों के चुनाव को एक साथ ही निपटा दिया जाए. यह लोगों को कोरोना के जोखिम से बचाएगा और संक्रमण को भी कम किया जा सकेगा.
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के लिए आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराने का ऐलान किया था. बाकी चार राज्यों तमिलनाडु, केरल, पुदुच्चेरी और असम में विधानसभा चुनाव 6 अप्रैल को ही संपन्न हो गया था. बंगाल में कोरोना के लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं और रोजाना यह संख्या 6 हजार के करीब पहुंच गई है. कोलकाता हाईकोर्ट ने भी बंगाल की चुनावी रैलियों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने जैसे कोरोना के बुनियादी मानकों की उड़ती धज्जियों पर गहरी नाराजगी जताई थी.